जयकुमार झा रन्नौद, कोलारस, बदरवास - शिवपुरी जिले के कोलारस परगने में कोलारस, बदरवास, रन्नौद सहित खतौरा, खरई, लुकवासा अंचल में रविवार की सुबह से लेकर देर रात्रि तक कभी तेज तो कभी रूकरूक कर बारिश का क्रम जारी रहा जिसके चलते आम रास्तों से लेकर नदी नाले तालाब सभी जगह पानी ही पानी हो गया जिले में नरवर के बाद बदरवास तहसील बारिश के मामले में सबसे आगे दिखाई दे रही है बारिश के चलते अनेक स्थानों पर किसान फसल की बोनी तक नहीं कर पाये है तो जिन किसानों ने फसल अथवा सब्जी की बोनी कर दी है उन्हें खेतों में पानी भरने के कारण फसल खराब होने का डर सता रहा है।
रन्नौद तहसील क्षेत्र में पिछले 14 घंटे से मूसलाधार बारिश ने तांडव मचा दिया है चारों तरफ पानी पानी दिखाई दे रहा है अधिक बारिश होने से अकाझिरी तालाब लबालब भर चुका है जिसका असर रन्नौद नगर में बाढ़ का रूप ले रहा है नगर के बीचो-बीच से निकला नाल ऊफान पर आने से विद्युत विभाग और शासकीय माध्यमिक कन्या विद्यालय करीब 6 फुट पानी डूब गया है ,अकाझिरी गांव का जिला तहसील कार्यालय से संपर्क टूट गया, रन्नौद से पिछोर मार्ग पर पड़ने वाली नदी पुल से 4 फुट बह रही है जहां ग्रामीण वहां जान जोखिम में डालकर वाहन निकाल रहे हैं,प्रशासन मूकदर्शक बना देख रहा है एक स्कूल वैन बाल बाल बची बहने से बची साथ पिछोर की ओर से आने बाले वाहन ओवरलोड पिक्अप , साथ एक मोटरसाइकिल सवार दो लोग बह गए मौके पर खड़े लोगों ने तत्काल उनको बचाने का प्रयास किया और बहते हुए लोगों को बचा लिया है।
नेगमा गांव मै बिजली का खम्मा टूटने से करीब 20 गांव की बिजली पिछले 12 घंटे से ठप्प पड़ी हुई है ज्यादा तर गांवों के रास्ते बंद हो गये है दूसरी ओर तहसील के कुटवारा गांव में उपरी हिस्से से अधिक पानी आने से गांव तालाब के रूप तबदील हो गया लिया जहाँ ग्रामीण एवं बच्चे पानी में खेलते नजर आ रहे हैं कुटवारा से खतौरा मार्ग पर पड़ने वाली नदी ऊफान पर आने से मार्ग बंद हो गया है, लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर वायरल किया निचली बस्तियों में पानी भरने से बाहर कैसे हालत बना है लोग अपने घरों का सामान बाहर निकलना है जरिया, धंधेरा गुरुकुदवाया डगपीपरी, गुर्जा आदि गांव में नदी का पानी पहुंचने से बाढ़ जैसे हालात बन गए लोग अपने घरों में कैद है कई कच्चे घर गिरने की खबर भी मिली है, घरो में पानी भरने से लोगो का खाने पीने क सामान खराब हो गया सै।साथ ही अधिक पानी भरने से खेतों में खड़ी फसल को काफी नुकसान देखने को मिल रहा है।

