जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ने कोलारस जनपद पंचायत के अधिकारियों पर लगाये खुलेआम अवैध वसूली के संगीन आरोप - Kolaras



कोलारस - कोलारस जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष आशा देवी यादव ने प्रेस रिलीज के माध्यम से कोलारस जनपद पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारियों पर खुलेआम कमीशन खोरी के संगीन आरोप लगाये है कोलारस जनपद पंचायत की दूसरी महिला नागरिक श्रीमति आशा देवी यादव का कहना है कि जब अधिकारी एवं कर्मचारी खुलेआम 10 से लेकर 20 प्रतिशत तक कमीशन खा रहे है तो भला ऐसी स्थिति में पंचायत के जिम्मेदार सरपंच एवं सचिव पंचायत में 100 प्रतिशत ईमानदारी के साथ कैसे कर सकते है क्योंकि यह बात भी किसी से छिपी नहीं है कि सरपंच के चुनाव में किस कदर पैसे की बर्वादी होती है फिर भला सरपंच एवं सचिव जब अपना हिस्सा निकाल लेंगे तो 50 प्रतिशत राशि भी पंचायत के कार्यो में खर्च होगी इसकी भी गारंटी नहीं है क्योंकि शासन से पंचायत के विकास के लिये आने वाली राशि को पंचायत तक पहुंचाने में ही अधिकारी एवं कर्मचारी 20 प्रतिशत तक खा जाते है फिर भला पंचायतों में शासन से मिलने वाली राशि का 100 प्रतिशत उपयोग सरपंच एवं सचिव ईमानदारी से कहां से कर पायेंगे। 

जनपद पंचायत कोलारस में पिछले कई वर्षों से जमे हुए एई ने पूरे कोलारस जनपद की 68 पंचायतों में मचा रखा है भरपूर भ्रष्टाचार! पंचायत में निर्माण कार्यों का समय पर नहीं होने देते हैं मूल्यांकन इसके बदले  में कमीशन के तौर पर मांगते हैं मोटी रकम जब तक एडवांस रकम नहीं ले लेते तब तक नहीं करवाते हैं निर्माण कार्यों के मूल्यांकन और जैसे ही किसी पंचायत से अपना हिस्सा एडवांस में मिल जाता है तो निर्माण कार्य की नापतोल या जांच किए बिना ही फर्जी तरीके से करवाते हैं मूल्यांकन पिछले कई वर्षों से एक ही जगह पर जमा होने से अपनी मजबूत पकड़ बनाने के बाद जनपद कोलारस को बना दिया भ्रष्टाचार का अड्डा! बिना कमीशन के नहीं करते हैं किसी भी निर्माण कार्य का मूल्यांकन इनके इसी रवैया से निर्माण कार्य एवं विकास कार्यों की गति लगभग पूरी तरह से रुक गई है इसके अलावा कोलारस जनपद में ही सहायक ग्रेड 2 बाबू लगभग सन 1990 से आज तक कोलारस में ही पदस्थ हैँ जिन्होंने अपने भ्रष्टाचार से पूरी कोलारस जनपद को गंदा कर रखा है मनमाने ढंग से सचिवों की वेतन निकालने के नाम पर वसूला जाता है मोटा कमीशन मनमर्जी और दादागिरी का आलम यह है कि सचिवों को धमकाया जाता है और सचिवों से बोला जाता है जहां दिखे वहां जाओ शिकायत करो मेरा कोई कुछ नहीं कर सकेगा ऐसे में सचिवों को मजबूर होकर अपनी वेतन निकलवाने के लिए एडवांस कमीशन देना पड़ता है बाबू की इस मन मर्जी का कारण भी लगभग 25 वर्षों से कोलारस में ही पदस्थ होना बताया जाता है।




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